Ajit Doval Biography in Hindi
दरअसल आपको बता दूं कि आईपीएस अधिकारी अजीत डोभाल(Ajit Doval) के बारे में आज हम आपको इस आर्टिकल में बताने जा रहे हैं किस आर्टिकल में आईपीएस अधिकारी अजीत डोभाल के जीवन परिचय, बायोग्राफी, विकी, जन्म, परिवार की स्थिति, यूपीएससी क्वालीफाई करने की रणनीति इन सभी चीजों के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे इसलिए आप इस खबर के अंत तक बने रहे।
आईपीएस अधिकारी अजीत डोभाल(Ajit Doval) आप सभी की तरह से जानते होंगे जिनका जन्म उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में 1945 ईस्वी को हुआ था। आईपीएस अजीत डोभाल गढ़वाली परिवार से ताल्लुक रखती है।
आईपीएस अधिकारी अजीत डोभाल के बारे में बताया जा रहा है कि उन्होंने अपना प्रारंभिक शिक्षा अजमेर के मिलिट्री स्कूल से हासिल की थी यहां से शिक्षा हासिल करने के बाद उन्होंने आगरा यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र विषय में m.a. का डिग्री हासिल किया और पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने सिविल सर्विस की तैयारी करने का मन बनाया।
अजीत डोभाल एक बेहतरीन रणनीति के साथ उन्होंने सिविल सर्विस की तैयारी की है और उन्होंने 1968 ईस्वी में सिविल सर्विस की परीक्षा को क्वालीफाई किया और केरल कैडर के 1968 बैच के आईपीएस अधिकारी बने थे।
जानकारी-Ajit Doval
नाम | अजीत डोभाल |
निक नेम | अजीत |
पेशा | आईपीएस अधिकारी |
पारसिद्धि | आईपीएस अधिकारी |
व्यक्तिगत जीवन-Ajit Doval
जन्मदिन | 1945 |
आयु (2022) | 77 साल |
जन्म स्थान | पौड़ी गढ़वाल, उतराखंड |
गृह नगर | पौड़ी गढ़वाल, उतराखंड |
नागरिकता | इंडियन |
धर्म | हिंदू |
राशि | मेष राशि |
भोजन की आदत | शाकाहारी |
स्कूल | मिलिट्री स्कूल, अजमेर |
विश्वविद्यालय | - आगरा विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज, दिल्ली
|
शैक्षणिक योग्यता | एमए (अर्थशास्त्र) |
लुक और अधिक-Ajit Doval
ऊंचाई | 5′8” (168 Cm) |
वज़न | 68 किलोग्राम |
फिगर | 32-30-34 |
बालों का रंग | काला |
आँखों का रंग | काला |
प्रेमी/पति-Ajit Doval
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
प्रेमी/पत्नी | अनु डोभाल |
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परिवार और अधिक-Ajit Doval
पिता | गुनानाद डोभाल |
माँ | ज्ञात नहीं (जल्द ही अपडेट होगा) |
भाई | ज्ञात नहीं (जल्द ही अपडेट होगा) |
बहन | ज्ञात नहीं (जल्द ही अपडेट होगा) |
पसंदीदा चीजें-Ajit Doval
पसंदीदा खाना | घर का खाना |
पसंदीदा अभिनेता | अमिताभ बच्चन |
पसंदीदा अभिनेत्री | हेमा मालिनी |
पसंदीदा रंग | सफेद, नीला |
पसंदीदा खेल | क्रिकेट |
पसंदीदा गायक | शारदा सिन्हा |
पसंदीदा खिलाड़ी | सचिन तेंदुलकर, युवराज सिंह |
पसंदीदा पोशाक | ज्ञात नहीं (जल्द ही अपडेट होगा) |
पसंदीदा गंतव्य | मुंबई |
आईपीएस अजीत डोभाल(Ajit Doval) जीवन परिचय
दरअसल आपको बता दूं कि आईपीएस अधिकारी अजीत डोभाल का जन्म 1945 ईसवी में उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में एक गढ़वाली परिवार में हुआ था। ठीक है पिता का नाम गुनानाद गढ़वाल है जो कि एक पूर्व सैनिक कर्मी थे।
आईपीएस अधिकारी अजीत डोभाल के बारे में बताया जाता है कि बचपन से हैं जिन्होंने पढ़ाई में काफी सजग रहे थे अपनी ईमानदारी और कड़ी मेहनत के दम पाया है जिन्होंने देश भर में अपना नाम उजागर किया है आज हर कोई इनको गूगल और इंटरनेट पर सर्च करके इनका जीवनी पढ़ते हैं।
इन्होंने अपनी कठिन तपस्या के दम पर 1968 ईस्वी में देश के सबसे कठिन परीक्षा सिविल सर्विस को परीक्षा को क्वालीफाई करक 1968 बैच के आईपीएस अधिकारी बने हैं। इनको बाला पोस्टिंग के राइटर में मिली और यहां से ही इनकी जिंदगी की शुरुआत हुई थी।
आईपीएस अजीत डोभाल(Ajit Doval) शिक्षा व्यवस्था
आईपीएस अधिकारी अजीत डोभाल उन्होंने बचपन में अपना शिक्षा अजमेर के मिलिट्री स्कूल से हासिल की थी यहां से शिक्षा संपन्न होने के बाद उन्होंने आगरा विश्वविद्यालय से इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट में m.a. का डिग्री हासिल किया।
पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करने के बाद आईपीएस अधिकारी अजीत डोभाल सिविल सर्विस की तैयारी करने का मन बना लिया और इन्होंने अपने करियो कठोर मेहनत के दम पर 1968 ईस्वी में उन्होंने सिविल सर्विस की एग्जाम को क्वालीफाई किया।
सिविल सर्विस की परीक्षा को क्वालीफाई करने के बाद आईपीएस अधिकारी अजीत डोभाल 1968 बैच के आईपीएस अधिकारी बन गया है।
आईपीएस अजीत डोभाल(Ajit Doval) का कैरियर
दरअसल आपको बता दूं कि 1968 बैच के आईपीएस अधिकारी अजीत डोभाल केरल कैडर के आईपीएस अधिकारी बने थे। 2005 ईस्वी में इन्होंने इंटेलिजेंस ब्यूरो के सिक्के पद से रिटायर हुए थे खास करके यह मिजोरम, पंजाब और जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियान चालू किया था।
अधिकारी अजय डोभाल की शुरुआत एक आईपीएस अधिकारी के रूप में हुआ था इनका शानदार परफॉर्मेंस करने की वजह से 73 वर्ष की आयु में इनको देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया है।
आईपीएस अधिकारी अजीत डोभाल अपनी शुरुआती कमान केरल कैडर में 1968 ईस्वी में संभाली थी इस दौरान उन्होंने पंजाब और मिजोरम में हुए उग्रवादी विरोधी आंदोलन में भी अपनी अहम भूमिका निभाई थी।
इसके बाद आईपीएस अधिकारी अजीत डोभाल 1999 ईस्वी में कंधार में ऐसी सी 814 में यात्री के कारण होने के मुद्दे पर उन्होंने तीन यात्रियों में से एक थे जिन्होंने इन यात्रियों की रिहाई को लेकर देश की ओर से बातचीत की थी।
आईपीएस अधिकारी अजीत डोभाल पंजाब में पूर्व मणियों के खिलाफ रेस्क्यू में अपना अहम भूमिका निभाई थी उसके बाद ही 1988 ईस्वी में ऑपरेशन ब्लैक थंडर होने से पहले उन्होंने स्वर्ण मंदिर में प्रवेश कर महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल की।
आईपीएस अजीत डोभाल(Ajit Doval) के बारे में रोचक तथ्य
- आईपीएस अधिकारी अजीत डोभाल केरल कैडर के 1968 बैच के आईपीएस अधिकारी है इस दौरान उन्होंने पंजाब और मिजोरम में उग्रवादी विरोधी आंदोलन में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- 1999 ईस्वी में इन्होंने कंधार में आईसी 814 में यात्रियों का अपहरण हुआ था इस मुद्दे पर उन्होंने सरकार से बात भी की थी।
- अजीत डोभाल मल्टी एजेंसी सेंटर और ज्वाइंट टास्क फोर्स ऑन इंटेलिजेंस संस्थापक के अध्यक्ष भी बन चुके थे।
- आईपीएस अधिकारी अजीत डोभाल जम्मू कश्मीर में हुई सर्जिकल स्ट्राइक और आतंकवादियों पर भारतीय वायु सेना के तरफ से किया गया एयर स्ट्राइक में भी इनका काफी अहम भूमिका रहा।
- आईपीएस अधिकारी अजीत डोभाल 2018 ईस्वी में स्ट्रीट लिक पॉलिसी ग्रुप का अध्यक्ष भी बना था इसके अलावा उन्होंने पुलवामा आतंकी हमला कि जवाब में उन्होंने भारतीय वायु सेना के द्वारा जवाबी कार्यवाही में इनका काफी शानदार भूमिका रहा है।
- आईपीएस अधिकारी अजीत डोभाल को उम्दा सेवाओं के लिए पुलिस मेडल पाने वाले सबसे कम उम्र के अधिकारी बने थे अपने सेवा में लगभग 6 साल के बाद इनको यह सम्मान दिया गया।
- आईपीएस अधिकारी अजीत डोभाल को प्रेसिडेंट पुलिस मेडल से भी सम्मानित किया गया था यह मेडल इन को गणतंत्र दिवस और स्वतंत्र दिवस के मौके पर उनके वीरता और प्रतिष्ठा सेवा के लिए राष्ट्रपति के द्वारा सम्मानित किया गया था।